UP GI Tag List 2023 in Hndi: उत्तर प्रदेश भारत का सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले हैं। चेन्नई में स्थित भौगोलिक संकेतक रजिस्ट्री की ओर से अलग-अलग राज्यों को उनकी पहचान कर उन्हें GI Tag (Geographical Indication) दिया जाता है GI Tag से ही हम ये जन पाते है की ये चीज कहा की है क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के किन-किन उत्पादों को जीआई टैग मिला है।
![UP GI Tag List 2023 in hindi | यूपी जीआई टैग लिस्ट 2023](https://mlxfurz63xqc.i.optimole.com/w:1024/h:544/q:mauto/f:best/https://mwcd.in/wp-content/uploads/2024/02/20240206_142706-1-1024x544.jpg.webp)
अगर आपको नहीं पता की उत्तर प्रदेश में किन किन उत्पादों को GI Tag मिल है तो हम आपको इस पोस्ट (यूपी जीआई टैग लिस्ट 2023) में उत्तर प्रदेश के gi tag के बारे में बताने वाले हैं।
यूपी जीआई टैग लिस्ट 2023
इस पोस्ट में हम ये जानेंगे की उत्तर प्रदेश के किन किन उत्पादों को gi tag मिला है और उत्तर प्रदेश के सभी उत्पादों के GI tag के नाम English और हिंदी दोनों में जानेंगे। जिसे से उत्तर प्रदेश के अलग अलग परीक्षाओं मे इससे प्रश्न आते हैं, GI tag होता क्या है इस बारे में भी जानेंगे जिससे हमे सभी उत्तर प्रदेश के GI ttag उत्पादों के बारे मे जान और आसानी से समझ सकें।
जीआई टैग क्या होता है?
जीआई टैग उत्पादों को दिया जाने वाला भौगोलिक संकेत (जीआई टैग) एक ऐसा दर्जा है जो किसी विशेष रूप से किसी विशेष क्षेत्र से संबंधित किसी उत्पादों को दिया जाता है। उस विशेष उत्पादों की गुणवत्ता, प्रतिष्ठा और किसी भी अन्य विशेषताओं को ध्यान मे रखा जाता है, आम तौर पर उत्पादों की भौगोलिक उत्पत्ति को ध्यान मे रख कर जी टैग दिया जाता है।
जीआई टैग का मुख्यालय कहाँ है?
जीआई टैग को भारत मे लाने के लिए पहले अधिनियम लाया लाया गया था यह अधिनियम 13 सितंबर, 2003 में भारत मे लागू किया गया था। इसका विनियमन भौगोलिक पंजीयक रजिस्ट्रार (Registrar of Geographical Indications) द्वारा किया जाता है। जीआई टैग देने वाले भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री का मुख्यालय चेन्नई (तमिलनाडु) में स्थित है। जीआई टैग का मुख्यालय चेन्नई (तमिलनाडु) में है।
भारत में कितने जीआई टैग हैं?
ये सवाल अलग-अलग परीक्षाओं में पूछा जाता है की भारत में कितने जीआई टैग हैं? भारत में अब तक कुल 432 जीआई टैग है। जीआई टैग पाने वाले भारत के सबसे अधिक 5 राज्य ( Top 5 GI Tag in India) Karnataka, Tamil Nadu, Uttar Pradesh, Karnataka and Kerala हैं। भारत का पहला जीआई टैग उत्पाद – साल 2004-05 में दार्जिलिंग चाय को भारत का पहला जीआई टैग उत्पाद मिला था। जीआई टैग पाने वाला भारत का पहला उत्पाद दार्जिलिंग चाय था।
यूपी जीआई टैग लिस्ट 2023 (UP GI Tag List 2023 in hindi)
चेन्नई में स्थित भौगोलिक संकेतक रजिस्ट्री की ओर से अलग-अलग राज्यों को उनके यहां के स्थानीय उत्पादों को पहचान देने के लिए GI Tag (Geographical Indication) दिया जाता है। इससे स्थानीय स्तर के उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने में मदद मिलती है।
ऐसे में हर राज्य में अलग-अलग उत्पादों की पहचान कर उन्हें जीआई टैग दिया जाता है। इस कड़ी में हम भारत के सबसे अधिक आबाादी वाले राज्य यानि कि उत्तर प्रदेश के उत्पादों के बारे में जानेंगे, जिन्हें उत्तर प्रदेश में जीआई टैग मिल गया है।
यूपी में 2023 में सात उत्पादों को जीआई टैग मिला है। इनमें अमरोहा की ढोलक, बागपत की साज-सज्जा, बाराबंकी का हथकरघा और मैनपुरी की तारकशी शामिल है। इसके अलावा, बनारस के ब्रोकेड और साड़ी, ब्रोकेड और साड़ी लोगो, और मीनाकारी शिल्प भी इस सूची में शामिल हैं।
यूपी जीआई टैग लिस्ट 2023 in Hindi
यूपी में कितने जीआई टैग है? यूपी में कुल 7 GI tag हैं। साल 2023 में उत्तर प्रदेश में सात उत्पादों को जीआई टैग मिला है। इसमें उत्तर प्रदेश ढोलक से लेकर गौरा पत्थर तक शामिल है, जिसमें कला का मिश्रण कर उत्पादों को अद्भुत रूप तैयार किया जाता है। विस्तार में नीचे दिया गया है:
अमरोहा की ढोलक
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में ढोलक को जीआई टैग मिला है। उत्तर प्रदेश का अमरोहा जिला वाद्ययंत्रों के लिए जाना जाता है। यहां की ढोलक को जीआई टैग मिला है। ढोलक का निर्माण आम, कटहल और सागौन की लकड़ी से किया जाता है। इसे मढ़ने के लिए पशुओं की खाल का उपयोग किया जाता है।
बाराबंकी का हथकरघा
उत्तर प्रदेश मे बाराबंकी मे हथकरघा को जीआई टैग मिला है। बाराबंकी अपने हथकरघा उत्पादों के लिए जाना जाता है। यहां पर 50 हजार से भी अधिक बुनकर हैं, जो कि हथकरघा के काम में लगे हुए रहते हैं। यहां के उत्पादों को GI Tag में शामिल किया गया है।
साज-सज्जा के लिए बागपत को जीआई टैग
बागपत जिले को साज-सज्जा के समान के लिए जीआई टैग मिल है। उत्तर प्रदेश का बागपत जिला विशेष रूप से घरों के साज-सज्जा के सामान के लिए जाना जाता है। यही वजह है कि होली-दिवाली के लिए यहां पर कई उत्पादों को तैयार किया जाता है।
महोबा की हस्तशिल्प
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले की हस्तशिल्प को जीआई टैग मिल है। उत्तर प्रदेश में होबा अपने गौरा पत्थर हस्तशिल्प के लिए जाना जाता है। यहां पर प्रमुख रूप से एक सफेद और चमकदार पत्थर पाया जाता है, जिससे विभिन्न प्रकार के उत्पादों को तैयार किए जाता है।
मैनपुरी की तारकशी
उत्तर प्रदेश में मैनपुरी जिले को तारकशी के लिए जीआई टैग मिला है। मैनपुरी की तारकशी बहुत प्रसिद्ध है। दरअसल, इक कला में लकड़ी पर पीतल की तार से आकृति को तैयार किया जाता है।, जिसकी खूबसूरती की वजह से बाजारों में इसकी मांग बहुत रहती है।
संभल की सींग कला
उत्तर प्रदेश में संभल की सींग कला को जीआई टैग मिला है। संभल जिले में मृत पशुओं के सींग से कई प्रकार के उत्पादों को तैयार किए जाता है। इन्हें बनाने में किसी भी प्रकार की मशीनों का उपयोग नहीं किया जाता है, बल्कि आकृतियां पूरी तरह से हस्तनिर्मित होती हैं।
इस पोस्ट मे हमे आज जीआई टैग क्या होता है, जीआई टैग का मुख्यालय कहाँ है?, भारत में कितने जीआई टैग हैं?, यूपी जीआई टैग लिस्ट 2023 (UP GI Tag List 2023 in hindi) के बारे मे जाना है। आपको हमारा ये पोस्ट कैसा लगा और की सूझो हो तो हम नीचे कॉमेंट कर के जरूर बताये। हमारा UP GI Tag List 2023 in hindi | यूपी जीआई टैग लिस्ट 2023 ये पोस्ट पढ़ने के लिए बहुत धन्यवाद! Aa
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